सारांश
2024: ग्रहणों का वर्ष, 2024 साल ग्रहणों के मामले में बहुत ही खास है। इस साल चार ग्रहण लगेंगे, जिनमें दो चंद्र ग्रहण और दो सूर्य ग्रहण शामिल हैं। यह घटना 100 सालों में पहली बार हो रही है।
ग्रहण क्या होता है?
ग्रहण एक खगोलीय घटना है जो तब होती है जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीध में आ जाते हैं।
चंद्र ग्रहण: जब चंद्रमा पृथ्वी की छाया में जाता है, तो चंद्र ग्रहण होता है।
सूर्य ग्रहण: जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, तो सूर्य ग्रहण होता है।
2024 में लगने वाले ग्रहण:
2024 का पहला चंद्रग्रहण कब है?
पहला चंद्र ग्रहण: 25 मार्च 2024, सोमवार , यह ग्रहण भारत, ऑस्ट्रेलिया, और अफ्रीका में दिखाई देगा।
2024 का पहला सूर्यग्रहण कब है?
पहला सूर्य ग्रहण: 8 अप्रैल 2024, सोमवार
यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, और यूरोप में दिखाई देगा। ध्यान दें: यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।
दूसरा चंद्र ग्रहण: 18 सितंबर 2024, बुधवार
यह ग्रहण यूरोप, एशिया, और ऑस्ट्रेलिया में दिखाई देगा।
दूसरा सूर्य ग्रहण: 2 अक्टूबर 2024, बुधवार
यह ग्रहण दक्षिण अमेरिका, अंटार्कटिका, और अफ्रीका में दिखाई देगा।
ग्रहणों का मानवी जीवन पर क्या असर होगा? क्या करे
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहणों का शुभ और अशुभ दोनों तरह का प्रभाव पड़ सकता है।
- कुछ मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के दौरान विशेष पूजा-पाठ करना चाहिए।
- वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, ग्रहण खगोलीय घटनाएं हैं जिनका कोई धार्मिक प्रभाव नहीं होता है।
2024 के ग्रहण: विशेष सावधानी बरते
- आप किसी ज्योतिषी या खगोल वैज्ञानिक से सलाह लेकर 2024 के ग्रहणों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- ग्रहणों के समय सूर्य या चंद्रमा को नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए।
- ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए।
ग्रहणों का समय सूतक काल
- 2024 का पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च को होगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा। इस ग्रहण का समय सुबह 10:23 बजे से शुरू होगा और दोपहर 3:02 बजे समाप्त होगा।
- 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को होगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, और यूरोप में दिखाई देगा।
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