सारांश
भोले भंडारी अर्थात शिवजी को किसी की बातों का बुरा नहीं लगता है और वह बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन कुछ ऐसी बातें ज़रूर हैं। जो भोलेनाथ को बिल्कुल भी पसंद नहीं आती है। आज हम आपको बताएंगे वह कौन सी बातें हैं। जिनको ना मानने से आपको पाप चढ़ सकता है।
उठते ही हमे क्या करना चाहिए?
सुबह स्नान आदि करके हम भगवान को याद करते हैं। भगवान से विनती करते हैं कि हमारे सारे बिगड़े काम बना दें। हम विधि विधान के साथ पूजा-पाठ अर्चना आदि जैसी चीजें करते हैं। ताकि हमारी सारी मनोकामनाएं जल्दी से जल्दी पूरी हो जाए। सोमवार को भूलकर भी न करें ये 8 काम वरना बन सकते हो असफल
सोमवार के दिन गलती से भी कौन सा कार्य नहीं करना चाहिए?
हमारे पुराणों के अनुसार हिंदू धर्म में सोमवार का दिन शिव जी को समर्पित किया गया है। ऐसे में बहुत सारे लोग सोमवार को शिव जी के नाम का व्रत रखते हैं।
लेकिन आपको आज हम बता दें शिव जी के नाम का व्रत रखने का मतलब, सिर्फ दो वक्त खाने का परहेज नहीं है। बल्कि इसके कुछ नियम और कायदे भी हैं। जिनका पालन आपको जरूर करना चाहिए। कहा जाता है कि शिवजी का प्रकोप झेलना पड़ सकता है।
सोमवार के दिन नमक का प्रयोग ना करें
सोमवार के दिन नमक का सेवन नहीं किया जाता है। यह बात सभी जानते हैं लेकिन कई बार लोग फलाहार करते समय अनजाने में नमक का सेवन कर लेते हैं। सोमवार के व्रत को रखते समय आपको दिन भर में कभी भी नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। यहां तक कि यदि आपने एक वक्त का भी उपवास रखा है और शाम को एक समय भी खाना खाते हैं। तो वह भी
बिना नमक वाला भी उपवास होना चाहिए। अगर आपको नमक की ज्यादा जरूरत है। तो आप थोड़े से सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन नमक को आपको भूल से भी हाथ नहीं लगाना चाहिए।
पति-पत्नि ना झगड़े
सोमवार के दिन पति पत्नी को भी अपने आपसी संबंध ठीक रखने चाहिए। भूलकर भी उस दिन लड़ना नहीं चाहिए। सोमवार को भूलकर भी न करें ये 8 काम वरना बन सकते हो असफल
सोमवार: गुरूजनों का अपमान ना करें
सोमवार के दिन कभी भी किसी बड़े बुजुर्ग का अपमान आपको नहीं करना चाहिए। घर के बड़ों की माता पिता,बड़े भाई, भाभी या हो कोई भी हो। उनका अपमान सोमवार के दिन आपको नहीं करना चाहिए। भले वह आपको दो बातें सुना भी दे। तब भी आपको अभद्र नहीं बनना चाहिए। सोमवार के दिन अपनों से बड़ों का अपमान अगर आप करते हैं या कोई लड़ाई झगड़ा किसी से करते हैं। तो माना जाता है शिव जी आपके उपवास को ग्रहण नहीं करते। यहां तक की आपको उस उपवास का कोई फल नहीं मिलता है और उल्टा आप को दंड की प्राप्ति हो सकती है।
हिंसा के भागीदार कभी ना बनें
सोमवार के दिन किसी भी प्रकार की हिंसा में आपको नहीं पड़ना चाहिए। इस दिन यदि आप किसी जानवर को आप मारते हैं या किसी भी तरह का नुकसान करते हैं। यह सब काम आपको नहीं करने हैं।
किसी भी जीव को मारकर खाना आदि का सेवन करते हैं। ऐसा भी आपको सोमवार के दिन नहीं करना है।
तामसी भोजन से बचें
सोमवार के दिन तामसी भोजन को करने से भी बचना चाहिए। तामसी भोजन व्रत के 1 दिन पहले यानी कि रविवार रात के समय से ही आपको बिल्कुल रोक देना चाहिए।
गलत भाषा का प्रयोग करने से बचें
सोमवार को अपशब्द का प्रयोग ना करें। गाली गलौज करना अपशब्द बोलना किसी के मन को दुख पहुंचाना भी नहीं चाहिए। अपशब्द आपको लोगों के साथ नहीं बोलना चाहिए। वरना शिवजी का प्रकोप झेलना पड़ सकता है।
उपवास वाले दिन आपको शिवजी के सामने बैठकर आरती जरूर करनी चाहिए। सुबह और शाम दोनों समय आरती गाए नहीं तो कम से कम शाम के समय आपको आरती जरूर करनी चाहिए।
झूठ बोलने से बचें
कई लोगों में बात बात पर झूठ बोलने की आदत होती है। बात-बात पर बातों को घुमाने की आदत होती है। आपको भी अगर झूठ बोलने की आदत है।
हर बात में आप निंदा करते हैं। झूठ बोलते हैं, चुगली करते हैं। तो इस तरह की चीजें अगर आप करते हैं। तो आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। वरना आपको शिवजी का प्रकोप झेलना पड़ सकता है।
शिवजी का ध्यान भंग ना करें
शिव जी के पूजन में आप पूरा बेलपत्र आदि चढ़ाने चाहिए। शिव समाधि में लीन रहते हैं और इस दौरान शिव का ध्यान भंग करना बहुत मुश्किल कार्य रहा है। भगवान शिव ने एक बार कामदेव को भस्म कर दिया था क्योंकि उसने शिवजी के ध्यान को भंग करने का दुस्साहस किया था। इसलिए कहा जाता है कि शिव मंदिर में शांति का माहौल रखना चाहिए।
जब भी आप शिवजी के मंदिर जाएं आप शांति से चुपचाप पूजा करें। शिव लगातार जलधारा के नीचे ध्यान लगाकर बैठे रहते हैं। उन्हें शोर-शराबा बिल्कुल पसंद नहीं होता है। शिव जी के साथ ही शिव जी के परिवार शिव परिवार भी नाराज होते हैं।