सारांश
हमारे हिंदू धर्म में दान-पुण्य का बहुत महत्व है। दान करना अच्छा माना जाता है। हम अपने जिंदगी में जाने अनजाने में जो पाप करते है। उन के दुष्प्रभाव से हमे मुक्ति मिले। इसलिए भी दान किया जाता है। मर जाना लेकिन इन 3 चीजों का दान कभी मत करना गरीबी आएगी
इन 2 चीजों का दान कभी मत करना, दरिद्रता और गरीबी गले पड़ेगी
आपने देखा होगा की कभी अचानक आपके जिंदगी में दुःख आ जाता है। ऐसा हमारे उन पापों के परिणाम स्वरूप ही होता है। तभी तो कहा गया है कि मनुष्य को अच्छे व बुरे कर्म का फल इसी जिंदगी में मिलता है और इन पापों के दुष्परिणाम को कम करने का सबसे उत्तम मार्ग है दान।
परन्तु आपने कभी सोचा है कि आप जो दान कर रहे है क्या उसका फल आपको अच्छा ही मिलेगा ? आज हम आपको ऐसे दानो के संबंध में बताएंगे। जिन्हे आप भूल से भी ना करे अन्यथा आपको दान का पुण्य नहीं मिलेगा।
स्टिल के बर्तनों के दान से बचें
स्टील का बर्तन दान करने से कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति स्टील के बर्तन का दान करता है। उसके सम्मान को हानि पहुंचती है। इसलिए यदि आप चाहते हैं कि आपका समाज में मान सम्मान हो। तो हमेशा कांसे के बर्तन का दान कीजिए। इससे आप के सम्मान पर कोई आंच नहीं आएगा। स्टील एवं फाइबर को अपवित्र धातु माना जाता है। इसलिए जितना हो सकें। इन वस्तुओं का दान एवं इन वस्तुओं का प्रयोग करने से बचें। कारण सूर्य का स्थान भी यही निर्धारित करता है। मर जाना लेकिन इन 3 चीजों का दान कभी मत करना गरीबी आएगी
बांसी चीज़ों का दान ना करें
बहुत लोग अपने घर का अन्न नष्ट करते हैं। लेकिन बहुत कम ही लोग ऐसे होते है। जो बचे हुए खाने को कुत्ते या बिल्ली को खिला देते हैं। ऐसा करना एवं सोचना दोनों ही एक प्रकार का महापाप है। बांसी खाने का दान करने वाला कभी भी अच्छा व्यक्ति नहीं कहलाता है। ऐसे लोगों को मृत्यु के बाद नर्क की प्राप्ति होती है। कारण हमारे शास्त्र में बांसी खाने का दान मतलब १०० पाप जितना होता है।
कोई भी बांसी खाना अच्छा नहीं होता है। ऐसे में वह खाना गर्म करने के बाद धीरे-धीरे ठंडा होने के बाद से ही रंग दिखाता है- वह फूड पॉइजनिंग का रूप ले लेता है। इसलिए जब आप किसी व्यक्ति को बांसी खाना देते हैं। तो जाने अंजाने में आप उसका बुरा ही कर बैठते हैं।
पुरानी विद्या की चीज़ों का दान ना करें
आप किसी को नया पेंसिल, पेन, किताब आदि चीजों का दान कर सकते हैं। लेकिन कभी भी किसी को पुराने किताब, पेन आदि ना दें। ऐसा करके आप अपने साथ ही गलत कर बैठते हो।
ऐसा करके आप अपने ही ज्ञान का नाश कर बैठते हो। यहां तक कि आपके हाथों माता सरस्वती का भी अपमान होता है। साथ ही विद्या की चीजें कचरे में नहीं फेकनी चाहिये। इससे भी भयंकर तब होता है, जब आप कचरे में डाली हुई विद्या जैसी चीजें किसी को दान देते हो।