सारांश
जिस तरह पानी का कोई कोई रंग, रूप एवं आकार नहीं होता। ठीक वैसे ही शत्रु की कोई जाति, धर्म या लिंग नहीं होती है। कारण दुश्मन बस यही देखते हैं कि सामने वाले को कैसे नुकसान पहुंचाया जाएं। अगर आप भी अपने किसी शत्रु से परेशान हैं। तो एक बार हमारे द्वारा दिए जाने वाले टिप्स को ज़रूर अपनाएं।
गुप्त शत्रु की उलटी गिनती शुरु बस करो ये 1 टोटका
हम सबके जीवन में दुश्मन होते हैं और यही दुश्मन कभी-कभी इतने क्रूर हो जाते हैं कि किसी पर दया नहीं दिखाते है। यह हमेशा लोगों का काम बिगाड़ते रहते हैं। कुछ शत्रु तो इतने खतरनाक होते हैं कि यह अच्छे रिश्ते जैसे- पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका के संबंधों में भी बाधा डालते हैं। ऐसे दुश्मन का सफाया आसान उपाय से कर सकते हैं:-
खाली पन्ने पर अपने दुश्मन का नाम लिखकर उनसे मुक्ति पाइए
इस उपाय को करने के लिए आपको शनिवार के दिन का चयन करना होगा। इसके लिए आपको एक सफ़ेद पन्ने की आवश्यकता होगी। फिर उस पृष्ठ पर चंदन से अपने शत्रु का नाम लिखना है। फिर कागज के टुकड़े को अपने देवता के चरणों में रखकर घी का दीपक जलाना है। ऐसा आपको लगातार सात दिनों तक करना है। देखिएगा कि कल तक आपका शत्रु जो आपके पीछे पड़ा था। वह आपके ही नियंत्रण में आ जाएगा और फिर कभी भी वह आपके काम में बाधा नहीं डालेगा।
अपने दुश्मन को शांत कीजिए
यदि आप चाहते हैं कि आपका दुश्मन आप पर कोई वार ना करें। तो इसके लिए आप को एक नींबू लेना होगा। फिर उस नींबू पर अपने दुश्मन का नाम सिंदूर से आपको लिखना होगा। नाम के साथ-साथ ही यह मंत्र भी लिखें क्रिं क्रिं शत्रु नाशिनि क्रिं क्रिं फट, उसके बाद उस निंबू में 4 कीलें गाढ़ कर उसे मिट्टि में दबा दें या उसे पानी में बहा दें। ऐसा करने से आपका दुश्मन शांत हो जाएगा और आपकी तरफ सकारात्मक सोच रखने लगेगा।
दुश्मन को मात दें
अगर आप अपने दुश्मन को मात देना चाहते हैं तो उसके लिए आप अपने घर में किसी भी कोने पर उल्टा जूता लटका दें और उसके तलवे पर अपने शत्रु का नाम लिख दिजिए। इसके बाद आपका सत्रू हमेशा के लिए दूर हो जाएगा। इस टोटके को 3 दिन लगातार करें तीसरे दिन बाद जूता घर के बाहर कहीं फेंक दे।
स विधि से आपके दुश्मन का नाश हो जाएगा और किसी को भी आपकी इस विधि का पता नहीं चलेगा। इस विधि को अमावस्या की रात में करें और उस दिन चार कील लें।अमावस्या की रात करीब 10 बजे बाद दक्षिण दिशा में काल भैरव की तस्वीर को लकड़ी की चौकी पर रख दें और अब आप भी काले आसन पर बैठ जाएं। तस्वीर के सामने सरसों की तेल में चार बाती वाला दीपक जलाएं।चारों कीलों पर मोली बांधकर भैरव के सामने कर दें और काल भैरव से प्रार्थना करें वे इस विधि को सफल करें। साथ ही उनसे ये भी कहें कि अगर आपसे इस विधि में कोई गलती भी हो तो माफ कर दें।
गुप्त शत्रु की उलटी गिनती शुरु बस करो ये 1 टोटका
इन सबके बाद हवन कुंड तैयार करें और हूं हूं फट स्वाहा का मंत्र बोलें। प्रत्येक मंत्र के बाद काली सरसों से आहुति दें। ये मंत्र आपको 108 बार करना है। ध्यान रहें आपको उस जगह से तब तक नहीं उठना है, जब तक ये विधि पूरी न हो जाएं और इस पूरी विधि के दौरान किसी कि भी टोक नहीं लगनी चाहिए। विधि पूरी होने के बाद पूरा सब कुछ वहीं पड़ा रहने दें और अगले दिन अपने शत्रु के घर में उस कील को लगा दें। बचा हुआ सामान बहते पानी में प्रवाहित कर दें। कील गाड़ने के बाद जब आप घर आए तो अपने पूरे घर में गंगा का छिड़काव जरूर करना न भूलें।